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what's App no 9971065525 DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं CD-Live YDMS चुनावदर्पण https://www.youtube.com/channel/UCjS_ujNAXXQXD4JZXYB-d8Q/channels?disable_polymer=true Old
घड़ा कैसा बने?-इसकी एक प्रक्रिया है। कुम्हार मिटटी घोलता, घोटता, घढता व सुखा कर पकाता है। शिशु, युवा, बाल, किशोर व तरुण को संस्कार की प्रक्रिया युवा होते होते पक जाती है। राष्ट्र के आधारस्तम्भ, सधे हाथों, उचित सांचे में ढलने से युवा समाज व राष्ट्र का संबल बनेगा: यही हमारा ध्येय है। "अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।" (निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें, संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण
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DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची

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Wednesday, August 23, 2023

https://antarikshadarpan.blogspot.com/?m=1"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

आज 23 अगस्त, सभी भारतीयों, प्रवासी भारतीयों व इसरो को अपने मामा जी के घर पहुंचने की हार्दिक बधाई। इसरो के सौजन्य से चंदा मामा से मिलन सफल हुआ।

*अंतरिक्ष🌛दर्पण YDMS👑*  *उपलब्धि, उल्लास, उत्थान, जनचिंतन दर्पण YDMS👑*  *▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण*
*युदस नदि 23 अग 2023:* चित्रमाला NewsReels देखें। आज सभी भारतीयों, प्रवासी भारतीयों व इसरो को अपने मामा जी के घर पहुंचने की हार्दिक बधाई। इसरो के सौजन्य से चंदा मामा से मिलन सफल हुआ।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने 'चंद्रमा पर भारत' के पहुंचने की सराहना की और भविष्य की संबंधित गतिविधियों के बारे में बताया
“चंद्रमा पर भारत की जय हो! इसरो की जय हो!”

आज सायं चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र की सतह पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के तुरंत बाद केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार); प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह की प्रतिक्रिया के शब्द थे।

साथ ही चंद्रयान 3 की लैंडिंग के समय एक ट्वीट में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, 'दूसरे लोग चांद की कल्पना करते हैं, हमने चांद को अनुभव किया है। जहां अन्य लोग सपनों की उड़ान में खोए हुए हैं, वहीं चंद्रयान 3 ने सपने को यथार्थ में बदल दिया है। चंद्रमा के आकाश में ऊंचा लहराता हुआ तिरंगा, भारत के संकल्प की पुष्टि करता है जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था, ‘आकाश की सीमा नहीं है’।

मीडिया को दिए एक संक्षिप्त वक्तव्य में, डॉ. जितेंद्र सिंह ने इसरो के अध्यक्ष, एस. सोमनाथ, मिशन निदेशक, मोहन कुमार और इसरो की पूरी टीम की सराहना की, जिन्होंने भारत के राष्ट्रीय गौरव की सीमा चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के अछूते क्षेत्र तक स्थापित की है और अब तक किसी अन्य अंतरिक्ष मिशन द्वारा यहां नहीं पहुँचा जा सका है। उन्होंने कहा कि सामान्य नागरिकों के लिए यह समझना कठिन है कि इसे कितने निरंतर श्रम, प्रयास और दृढ़ संकल्प से अर्जित किया गया है। वर्षों और मास तक दिन-रात काम करने, सावधानीपूर्वक योजना और सूक्ष्म विवरण ने मिशन की सफलता सुनिश्चित की।


आज की सफल उपलब्धि के बाद, डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में विश्व के अग्रणी राष्ट्र के रूप में अपनी स्थिति की फिर से पुष्टि की है। उन्होंने भारत के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों को उनके संस्थापक विक्रम साराभाई के सपने को साकार करने में सक्षम बनाने हेतु प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पूरा श्रेय दिया, जिससे भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में एक ऐसा वातावरण तैयार हुआ जिसमें भारत की विशाल क्षमता और प्रतिभा को एक मार्ग मिला और वह स्वयं को शेष विश्व के सामने प्रमाणित कर सका।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने आगे कहा कि विक्रम अपने एल्गोरिदम और उपकरणों की सहायता से सुरक्षित रूप से उतर गया है और लैंडर का झुकाव अंतरिक्ष रॉकेट पर लगे इनक्लिनोमीटर द्वारा मापा गया है। जबकि विक्रम के कैमरों ने चंद्रमा के चित्र खींचे और टचडाउन छूने की पुष्टि की साथ ही अन्य सेंसर से भी इसकी पुष्टि हुई।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने इस क्षण के बाद आगे की गतिविधियों का वर्णन करते हुए कहा कि विक्रम और प्रज्ञान पर प्रयोग पूरे दिन जारी रहेंगे और चंद्रमा पर आगामी 14 दिनों तक सभी उपकरणों से अधिक डेटा एकत्र किया जाएगा।

लैंडर के बारे में बात करते हुए डॉ. जितेंद्र सिंह ने बताया कि संचालन के उपकरणों में ध्रुवीय क्षेत्र के पास चंद्र सतह के थर्मल गुणों की माप करने के लिए सीएचएएसटीई (चंद्र का सतह थर्मो-भौतिक प्रयोग), एलआरए (लेजर रेट्रोरेफ्लेक्टर एरे), रंभा-एलपी- सतह के प्लाज्मा घनत्व को मापने के लिए एक लैंगमुइर प्रोब, भविष्य के ऑर्बिटर्स द्वारा चंद्र सतह पर लैंडर की सटीक स्थिति को मापने हेतु विक्रम के कोने पर एक लेजर रिफ्लेक्टर लगाया गया है, आईएलएसए - लैंडिंग साइट के आसपास भूकंपीयता को मापने और समझने हेतु चंद्र भूकंपीय गतिविधि हेत उपकरण चंद्र परत और मेंटल की संरचना, एलआईबीएस- चंद्र लैंडिंग स्थल के आसपास चंद्र मिट्टी और चट्टानों की मौलिक संरचना (एमजी, अल, सी, के, सीए, टीआई, फ़े) निर्धारित करने हेतु लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोपी, एपीएक्सएस - अल्फा कण चंद्र-सतह और आकार के बारे में हमारी समझ को और बढ़ाने हेतु रासायनिक संरचना और खनिज संरचना को मापने हेतु एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर - निकट-अवरक्त (एनआईआर) वेवलेंथ रेंज (1 - 1.7 μm) में रहने योग्य ग्रह पृथ्वी के स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्रिक का अध्ययन करने के स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री लगाया गया है।

डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि रात और अत्यधिक ठंड की स्थिति के बाद आगामी 14 दिनों के अंत में दिन निकलने पर विक्रम और प्रज्ञान हेतु सौर ऊर्जा उत्पादन फिर से आरंभ होने की आशा है। उन्होंने कहा कि ऑर्बिटर को लंबे समय तक चलने हेतु डिजाइन किया गया है। 

-तिलक रेलन वरिष्ठ पत्रकार, युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑

#ydms, #devusinhchauhan, #कार्यक्रम, #ydms, #newsreels, #photoreel, #directorgeneral, #चंद्रयान-3, #इसरो, #राष्ट्रीयगौरव, #विक्रमसाराभाई, #अंतरिक्ष, #प्रज्ञान, #प्लास्मा, #क्षमता, #प्रतिभा, #भूकंपीयता,
https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf0R_CnCDlkyfkmsImNA3o2S&feature=shared 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Saturday, June 3, 2023

Time 2 Race: उत्साहवर्धक दर्पण जैसे, युवाशक्ति के प्रेरक प्रसंग, कार्यक्रम।

Time 2 Race: उत्साहवर्धक दर्पण जैसे, युवाशक्ति के प्रेरक प्रसंग, कार्यक्रम।
1/1, ED-Live YDMS👑 Excitement (उत्साहवर्धक) दर्पण
ED-Live YDMS👑 Excitement (उत्साह) दर्पण
*युदस नदि 3जून 2023:* 2 दिवस पूर्व, Time 2 Race: उत्साहवर्धक दर्पण जैसे, युवाशक्ति के प्रेरक प्रसंग ED-Live YDMS👑 Excitement (उत्साहवर्धक) दर्पण कार्यक्रम की वीडियो हेतु बनाया नया चैनल एवं नई प्ले सूची।
ED-Live YDMS👑 Excitement (उत्साहवर्धक) दर्पण जैसे: Time 2 Race युवाशक्ति के प्रेरक प्रसंग देख सकते हैं प्ले सूची ED-Live YDMS उत्साहवर्धक दर्पण

*मूल मंत्र:*
*किशोर/युवावस्था:*
किशोर/युवावस्था मानव जीवन का वह वय है जब कोई व्यक्ति ऊर्जा से पुष्ट, किसी भी चुनौती को स्वीकार कर सकता है। सामने तीन दिशाएं हैं।
1. श्रेष्ठ दिशा: अपने तथा समाज एवं राष्ट्र ही नहीं सम्पूर्ण मानव कल्याण का लक्ष्य अर्जित करने का मार्ग।
2. कुंठा: जब ऊर्जा को अवरूद्ध किया जाए तो इस आयु में कुंठित होना स्वाभाविक है। जिसे पागलपन के नाम से जाना जाता है।
3. पतन मार्ग: जब ऊर्जा को श्रेष्ठ दिशा से वंचित होने पर, कुंठित होने से बचने हेतु अन्य मार्ग चाहिए, तब पथभ्रष्ट होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे ही समय में उसे कुमार्ग पर डाल, उसका दुरुपयोग करते हैं।

असामाजिक तत्त्वों से कुमार्ग पर जाने से बचाने का दायित्व समाज का श्रेष्ठ कार्य है। इसी में उसे ऊर्जा के विभिन्न स्तर के अनुरूप लक्ष्य निर्धारण में दिशा का सहयोग, उत्साहवर्धन प्राप्त हो।
यही उद्देश्य है इस युगदर्पण श्रंखला के नव निर्मित वीडियो एवं प्ले सूची का।
*हमारी श्रंखला के अन्य प्रकल्प हैं:*

DDM-Live Manoranjan YDMS👑
दूद मनोरंजन: रंगमंच व मनोरंजन के अन्य रागरंग से भरपूर किन्तु स्वस्थ पारिवारिक मनोरंजन, जिनमें कहीं घटियापन स्वीकार नहीं! मनोज कुमार, राजश्री फिल्म, जैसे पारिवारिक स्तर, रामानंद सागर की धार्मिक वृति की झलक देता, यह मंच आपके ह्रदय में अपना स्थान बना सकेगा। जो युगदर्पण २००१ से मात्र एक समाचारपत्र से आरंभ होकर, 2008-14 के मध्य, कचरा मुक्त सोशल मीडिया भी सकारात्मक सार्थक बहुआयामी विकल्प का संकल्प #युगदर्पण मीडिया समूह YDMS👑 बन गया! "ब्लागर" के 30 विविध विषयों की अतिमहत्वपूर्ण व्यापक श्रृंखला में राष्ट्र, समाज, शिक्षा, जीवन शैली सहित ज्ञान विज्ञान दर्पण आदि, सभी की व्याख्या उनके आवरण पृष्ठ (profile) पर ही कर दी गई है।
तथा कुछ सक्रिय यूट्यूब समाचार चैनल भी।
CD-Live YDMS चयनदर्पण, DD-Live YDMS दूरदर्पण, ED-Live YDMS उल्लासदर्पण GD-Live YDMS ज्ञानदर्पण आदि। सभी प्रदेश, विविध विषय और शीर्ष ज्ञान
वन्देमातरम...
-तिलक रेलन वरिष्ठ पत्रकार, युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑
#उत्साहवर्धकदर्पण#Time2Race#युवाशक्ति#प्रेरकप्रसंग,
#किशोरयुवावस्था,
#मानवजीवन#ऊर्जापुष्टि#चुनौती#दिशाएं#समाजराष्ट्र#मानवकल्याण#लक्ष्य#कुंठा#ऊर्जा#अवरूद्ध#कुंठित#स्वाभाविक#पागलपन#पतनमार्ग#पथभ्रष्ट#कुमार्ग#दुरुपयोग#असामाजिकतत्त्व#सामाजिकदायित्व#श्रेष्ठकार्य#ऊर्जानुसार#अनुरूपलक्ष्य#उत्साहवर्धन#प्लेसूची, #अन्यप्रकल्प, https://youtube.com/playlist?list=PLrwqDCFEYWIUmLs2isw6caOohXAdUMe1y 

हम जो भी कार्य करते हैं, परिवार/काम धंधे के लिए करते हैं | देश की बिगड चुकी दशा व दिशा की ओर कोई नहीं देखता | आओ मिलकर कार्य संस्कृति की दिशा व दशा श्रेष्ठ बनायें-तिलक 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Thursday, September 22, 2022

Waiting for the authentic Upcoming Live program today?
*BJP National President JP Nadda will address a Public meeting at Karaikudi Tamil Nadu at 07.00 PM.*

👉Stay connected to the playlist of TN state +UT👑 Darpan YDMS. All states U-tube channel 
*▶️ CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण
https://t.me/ydms_oll
*Yds nd. 22 sept 22:* Pl stay tuned to the playlist of above U-tube Channel. For Upcoming Live program today, in Karaikudi Tamil Nadu at 07.00 PM.

yds -YDMS 👑 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक 

Tuesday, September 20, 2022

 BJP National President Shri JP Nadda's road Show in Morbi, Gujarat. 

1/151, गुजरात प्रदेश 👑दर्पण YDMS 
*▶CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण* 
http://t.me/ydms_oll 
*युदस नदि 20 सितं 2022:* Live 17:22 PM, (through BJP HQ) BJP National President BJP Nadda's road Show in Morbi, Gujarat and address. 

गुजरात के मोरबी से हमारे चैनल की गुजरात प्ले सूची के सीधे प्रसारण में देखें। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, गुजरात के मोरबी में रोड शो करते हुए, - व इसके पूर्व सम्बोधन सुनें! 

टेलीग्राम पर समाचार, पूरे विवरण सहित जानने हेतु यहां हमारी आगामी पोस्ट, पर ध्यान रखें- स्मरण रहे: 

*केवल अधीकृत समाचार आपका अधिकार है। सनसनी तो व्यापार है।* 

विविध विषयों के चैनल की विविध प्ले सूची- *👉अर्थ💰 उद्योग 🏭श्रम दर्पण👈 में पायें, वृहद आर्थिक, औद्योगिक श्रमिक क्षेत्र से जुड़े अधीकृत वीडियो समाचार:*  

इसके अतिरिक्त इस चैनल की अन्य प्ले सूची की श्रृंखला भी देख सकेंगे- YDMS👑 

*▶DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण* 

यह सुविधा आपको उपलब्ध कराई जा रही है, श्रृंखला YDMS👑 युगदर्पण के सभी प्रदेशों एवं सभी विविध विषयों के अधीकृत समाचार त्वरित उपलब्ध रहते हैं। सीधे देखने हेतु हमारे साथ बने रहिए। एवं सब्सक्राइब करें हमारी श्रृंखला के सर्व प्रादेशिक यूट्यूब चैनल *▶CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण* एवं  दोनों की घंटी का बटन दबाएं। 

 - तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,* 
*युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑*  
https://youtube.com/playlist?list=PLNxqtA0adB6qjOwdDdI_o3cdpuSU95Tbi 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Friday, September 2, 2022

PM Narendra Modi takes part in commissioning ceremony of INS Vikrant in Kochi, Kerala.
एक और गुलामी की निशानी से मिली मुक्ति, भारतीय नौसेना को मिला नया निशान।

👉1-5/358, राष्ट्रीय सुरक्षा एवं संरक्षा दर्पण👈
▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 

https://t.me/ydms_oll 
*युदस नदि 2 सितं2022:* (Courtesy PIB/PMO, विसंकें.) PM Narendra Modi takes part in commissioning ceremony of INS Vikrant in Kochi, Kerala. Address and unveils new Naval Ensign to replace St. Jeorge cross with a seal from Great Chhatrapati Shivaji.

👉एक और गुलामी की निशानी से मिली मुक्ति, भारतीय नौसेना को मिला नया निशान। सेंट जॉर्ज क्रास को हटाकर छत्रपति शिवाजी की मुहर लगाई।👈
*यह वीडियो आपको सीधे प्रसारण उपलब्ध करा रहे हैं अधीकृत वीडियो समाचार की श्रृंखला YDMS👑 के माध्यम।* हमारी श्रृंखला के विविध विषयों के यूट्यूब चैनल *▶DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण* की विविध विषयों की प्ले सूची *👉1-5/358, राष्ट्रीय सुरक्षा एवं संरक्षा दर्पण👈* एवं 5 अन्य। ऐसे सक्रिय अधीकृत समाचार निरंतर पाने हेतु चैनल सब्सक्राइब करें एवं सर्व प्रादेशिक यूट्यूब चैनल *▶CD-Live YDMS👑 चयनदर्पण* तथा दोनों की घंटी का बटन दबाएं। 


- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑


https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf2-03Ld2c2njYG8azrswgQ1 


"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Friday, July 1, 2022

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई।

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई। 

प्रधानमंत्री ने पीएसएलवी सी53 द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल प्रक्षेपण पर इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार पसूका एवं प्रधानमंत्री कार्यालय: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई दी है।  

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः

 “अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों को लॉन्च करके पीएसएलवी सी53 मिशन ने एक नया पड़ाव अर्जित कर लिया है। यह उपलब्धी, कर दिखाने के लिये @INSPACeIND और @isro को बधाई। विश्वास है कि निकट भविष्य में और अधिक भारतीय कंपनियां अंतरिक्ष में पहुंचेंगी।” 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 की ओर से भी, 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई हो।  

https://t.me/+YUEjthSnYJJmMWQ9 

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक 

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई।

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई। 

प्रधानमंत्री ने पीएसएलवी सी53 द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल प्रक्षेपण पर इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार पसूका एवं प्रधानमंत्री कार्यालय: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई दी है।  

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः

 “अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों को लॉन्च करके पीएसएलवी सी53 मिशन ने एक नया पड़ाव अर्जित कर लिया है। यह उपलब्धी, कर दिखाने के लिये @INSPACeIND और @isro को बधाई। विश्वास है कि निकट भविष्य में और अधिक भारतीय कंपनियां अंतरिक्ष में पहुंचेंगी।” 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 की ओर से भी, 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई हो।  

https://t.me/+YUEjthSnYJJmMWQ9 

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक 

रथ यात्रा पर देशवासियों को बधाई।

रथ यात्रा पर देशवासियों को बधाई। 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार प्रधानमंत्री कार्यालय एवं पसूका: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने इस बार ‘मन की बात’ में भारतीय संस्कृति में यात्रा के महत्त्व पर उल्लिखित अपने विचारों वाला एक वीडियो भी साझा किया है। 

साथ ही युगदर्पण®2001 मीडिया समूह की ओर से भी, रथ यात्रा के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं हो। 

https://t.me/+MUSWjHaMjSo5MTQ1

प्रधानमंत्री ने ट्वीट भी किया हैः 
 “रथ यात्रा के विशेष दिवस पर बधाई। हम भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं कि वे निरंतर कृपा बनाये रखें। हमें अच्छे स्वास्थ्य और आनन्द के लिये उनका आशीर्वाद प्राप्त हो।

प्रधानमंत्री ने कहा, #मन की बात करते, रथ यात्रा के विषय में और हमारी संस्कृति में यात्रा के महत्व पर मैंने जो कहा था, उसे साझा कर रहा हूं।”

Greetings on the special day of Rath Yatra. We pray to Lord Jagannath for his constant blessings. May we all be blessed with good health and happiness. 

Sharing what I had spoken about the Rath Yatra and the importance of a Yatra in our culture during the recent #MannKiBaat. pic.twitter.com/RnREC22ACQ

— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2022

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक

Wednesday, June 29, 2022

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*

 *अमिताभ बच्चन की भी सुनो* 

1/87, KBC केवल बच्चन चमत्कार YDMS👑  
▶️DDM-Live Manoranjan YDMS👑 
2001 से अब तक नकारात्मक मीडिया से बचाने का अभियान घलाया युगदर्पण ने, शीघ्र धन पाने KBC की राह जाने वालों को, भ्रामक मीडिया से हानी होगी। 
अपने लाभ हेतु ही सही, अब भ्रामक मीडिया विरुद्ध अमिताभ बच्चन की तो सुनोगे। 
-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
https://youtube.com/playlist?list=PL_Po5OO71WlRfK8wPp8LQJGtV2TLzjtB3 

 https://t.me/ydmsjhj 

नकारात्मक भांड मीडिया जो असामाजिक तत्वों का महिमामंडन करे, उसका सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, प्रेरक राष्ट्र नायको का यशगान -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS - तिलक संपादक 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक

Monday, June 27, 2022

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो* 

1/87, KBC केवल बच्चन चमत्कार YDMS👑  
▶️DDM-Live Manoranjan YDMS👑 
2001 से अब तक नकारात्मक मीडिया से बचाने का अभियान घलाया युगदर्पण ने, शीघ्र धन पाने KBC की राह जाने वालों को, भ्रामक मीडिया से हानी होगी। 
अपने लाभ हेतु ही सही, अब भ्रामक मीडिया विरुद्ध अमिताभ बच्चन की तो सुनोगे। 
-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
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Saturday, June 25, 2022

👉आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May👈

👉आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May👈 साभार सू प्र मं 

*9/332, जीवन-शैली दर्पण:* योग से निरोग, पर्या. सेवा परि. स्वस्थ - आरोग्य सेवा.. 
▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 
*युदस नदि 25 जून 22:* आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May को तथा इसके अतिरिक्त अन्य वीडियो में पायेंगे- 
जीवन शैली, घर परिवार, समाज आदि विषयों से जुड़ी अति महत्वपूर्ण जानकारियों का संग्रह YDMS👑 के माध्यम स्वास्थ्य, घरेलू एवं सामाजिक वातावरण निर्माण हेतु आप सादर आमंत्रित हैं
bloggers जीवनशैली दर्पण, घरपरिवार दर्पण, समाज दर्पण सहित 30 ब्लॉग की श्रृंखला। 
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
https://t.me/ydmsjsh 

https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf00O9KsIOWgH4JJJaFVgMp- 

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Wednesday, April 20, 2022

#सामयिक विषयों पर चर्चा YDMS👑

सामयिक विषय

#सामयिक विषयों पर चर्चा YDMS👑 

हिंदुओं पर घात अंतर्राष्ट्रीय जिहादी कुचक्र, रासुका में हो कार्यवाही: डॉ सुरेन्द्र जैन 
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*युदस/विहिप नदि 19 अप्रैल 22:* विहिप की 16 अप्रैल को जारी प्रेस विज्ञप्ति (संपादित) के अनुसार, विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र कुमार जैन ने कहा है कि रामनवमी के पावन कार्यक्रमों पर मुस्लिम समाज द्वारा किए जा रहे हिंसक घातक्रम, निर्बाध चल रहा है। उड़ीसा, गोवा अपेक्षाकृत शांत प्रदेश माने जाते हैं। वहां भी रामोत्सव पर घात घोर चिंता का विषय है। विगत दिनों JNU सहित 20 से अधिक स्थानों पर रामनवमी के आयोजनों पर हिंसक घात किए गए। घरों की छतों से पत्थर, ईटें, पेट्रोल बम, तेजाब की बोतलें आदि फेंके गये। अवैध हथियार लहराते हुए जिहादियों की भीड़ ने हिंदुओं पर घात किए। महिलाओं की अस्मिता लूटने का प्रयास किया गया, मंदिरों को तोड़ा गया तथा पुलिसकर्मियों पर भी प्राणघाति घात किए गए।

विहिप का मानना है कि ये घात आतंकवादी कार्यवाही हैं। हर हिंसक और उसको शरण देने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्यवाही होनी चाहिए।  अल-जवाहरी के वीडियो से यह स्पष्ट हो जाता है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय कुचक्र है। भारत के एक आतंकी संगठन पीएफआई की भूमिका अब स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। इन हिंसक घात के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारत विरोधी "टूल किट गैंग" का आर्थिक, बौद्धिक व राजनीतिक समर्थन मिल रहा है। दुर्भाग्य से भारत के अधिकांश मुस्लिम नेता और कांग्रेस तथा उनके कोख से निकले सभी दल, इन घातक दलदल में एक साथ खड़े हो गए हैं। टीवी स्टूडियो से लेकर सड़क और न्यायालय तक हर कहीं यह "टूल किट गैंग" इन जिहादियों की रक्षा में एकजुट हो गया है। सोशल मीडिया पर भी मुसलमानों को भड़काने वाले प्रयास विदेशों में रहने वाले कई धनिक जेहादी कर रहे हैं। गत दिनों सोशल मीडिया पर एक बड़ी सक्रियता इन जिहादी तत्वों के द्वारा दिखाई दी। ये भारत विरोधी वातावरण बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। यह तथ्य सामने आया कि इसमें भारत से बाहर के लोगों का 87% सहयोग है। हमारा यह आरोप सिद्ध हो जाता है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय कुचक्र के अंतर्गत किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि वे भारत में गृह युद्ध की स्थिति निर्माण करना चाहते हैं। 

डॉ जैन ने कहा कि यह बर्बर हिंसा रमजान के कथित पवित्र माह में हो रही है। क्या जिहादियों की पवित्रता का अर्थ हिंदुओं का नरसंहार है, महिलाओं पर बलात्कार के प्रयास, मंदिरों को ध्वस्त करना, मकानों व दुकानों को लूट कर आग लगा देना, पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाना दलितों के घरों को आग लगाकर उनकी महिलाओं के साथ अपमान करना है?

उन्होंने कहा कि एक बात स्पष्ट हो गई है कि, "मीम और भीम" के नारे लगाने वाले भी पीएफआई के ही 'एजेंट' है। अनुसूचित समाज का वर्ग सदा से जिहादियों का सामना करने में सबसे आगे रहता है। इनके साथ मित्रता का नारा दलितों के जनधन पर एक निकृष्ट राजनीति करने का प्रयास है। अब उनका घृणित चेहरा भी प्रत्यक्ष हो गया है। उनके मुंह से इन दानवों के विरोध लिए, एक शब्द भी निकला? 

इन घटनाओं से कुछ आधारभूत प्रश्न खड़े होते हैं :

1. मुस्लिम समाज की हठधर्मिता के कारण ही धर्म के आधार पर भारत का विभाजन हुआ था। स्वतंत्रता के बाद भी ये जिहादी हिंदुओं पर घात करने का कोई ना कोई कारण ढूंढ लेते हैं। CAA का भारतीय मुस्लिम समाज से कोई लेना-देना नहीं था, किन्तु शाहीन बाग, शिव विहार जैसे पचासियों स्थानों पर इन्होंने कानून व्यवस्था को ध्वस्त किया और हिंदुओं पर घात किए। हिजाब का विषय एक विद्यालय के गणवेश का विषय था। परंतु जिस प्रकार निर्णय देने वाले न्यायाधीशों को धमकी दी गई और हर्षा की निर्मम हत्या की गई, उससे इनकी मानसिकता स्पष्ट हो जाती है। कुछ लोग कहते हैं कि जिनको भारत में हिंदुओं से प्यार था वही भारत में रह गए। यदि यह सत्य है तो ये घटनाएं क्यों होती हैं? क्यों अभी तक कोई बड़ा मुस्लिम नेता इन हिंसक घटनाओं या राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का विरोध नहीं करता? मुर्तजा जैसे आतंकी के साथ ये सब क्यों खड़े हुए दिखाई देते हैं? 

((प्रश्न: 30 करोड़ में से कुछ मुट्ठी भर, अब्दुल कलाम अथवा अब्दुल हमीद, अपवाद, अन्य कितने हैं? इसके विपरीत जिहादियों के समर्थन में करोड़ों हैं?)) 

2. एक बात बार-बार कही जाती है कि भड़काऊ नारे लगाए गए। कौन से भड़काऊ नारे? ‘जय श्री राम’, व ‘भारत माता की जय’ भड़काऊ नारा कैसे हो सकते हैं? इसके विपरीत कट्टरपंथियों के कई कार्यक्रमों में 'सर धड़ से जुदा होगा' या 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' नारे लगाना क्या भड़काऊ नारे नहीं है? विश्व इतिहास का सबसे भड़काऊ नारा है तो "ला इलाह इल्लल्लाह, मोहम्मद उर रसूल अल्लाह" है। क्या दिन में 5 बार अजान के समय 'केवल अल्लाह की पूजा की जा सकती है किसी और की नहीं' यह कहकर वे हिंदुओं को भड़काने का प्रयास नहीं करते? यदि भड़काऊ नारे के नाम पर ही रामनवमी पर हमलों को ये उचित 'जायज' ठहराते हैं तो इनके नारों के विरोध में हिंदुओं को क्या करना चाहिए? 

3. इस्लाम से सबसे अधिक पीड़ित समाज भारत के मुसलमान हैं। 85% मुसलमानों के पूर्वज हिंदू थे, जिनको बलात् मूसलमान बनाया गया। उनके मन में इन मुस्लिम आक्रमणकारियों के प्रति श्रद्धा नहीं, घृणा होनी चाहिए। ऐसा लगता है कि भारत का मुसलमान 'स्टॉकहोम सिंड्रोम' से पीड़ित है। इस सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति अपने ऊपर अत्याचार करने वाले से प्यार करने लग जाता है और उसके मार्ग पर चलने लग जाता है। किन्तु सौभाग्य से एक दूसरा वर्ग भी है, जो दारा शिकोह, रसखान और एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानता है। इस दूसरे देश भक्त समाज की आवाज दब रही है। दुर्भाग्य से जो आक्रमणकारियों के साथ खड़ा है, वही नेतृत्व करता हुआ दिखाई देता है। इसलिए रजाकारों के मानस पुत्र सहित सभी मुस्लिम नेता आज मुस्लिम समाज को भड़काने का प्रयास करते हैं।

4. कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण ही भारत का विभाजन हुआ था। दुर्भाग्य से कांग्रेस की यह नीति स्वतंत्रता के बाद भी नहीं बदली। स्वतंत्र भारत में आतंकवाद के सभी स्वरूपों के पीछे कांग्रेस और इनके कोख से जन्म लेने वाले सभी तथाकथित शर्म निरपेक्ष दलों की दलदल हैं। यह तथ्य है कि मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ही SIMI फली फूली थी और आज भी इन्होंने एक गलत तथ्य को ट्वीट करके मध्य प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का असफल प्रयास किया है। राजस्थान में दंगाइयों को पकड़ने के विपरीत गहलोत सरकार ने जिस प्रकार सभी धार्मिक शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है, वह इसी मानसिकता को दर्शाता है। रामनवमी, महावीर जयंती, गुरु तेग बहादुर आदि की शोभायात्राओं के ऊपर तो पाबंदी लग गई, किन्तु यह निश्चित है मोहर्रम आने तक यह पाबंदी हटा दी जायेगी। हिंदुओं की शोभायात्रा पर पाबंदी लगाने वाली कांग्रेस की शव यात्रा शीघ्र ही निकालेगी यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है। 

5. यह विचारणीय तथ्य है कि दंगे वहीं क्यों होते हैं जहां हिंदू अल्पसंख्या में होता है। विश्व हिंदू परिषद गंभीरता से चाहती है कि हमें वह दिन नहीं आने देना चाहिए कि हिंदू इन दंगाइयों को उनकी ही भाषा में हिंदू बहुल क्षेत्रों में प्रत्युत्तर देने लगे। इसका दायित्व भारत के सभी प्रबुद्ध लोगों और राजनीतिक दलों का ही है। यदि ऐसा हुआ तो क्या परिणाम होगा, इसका विचार सरलता से किया जा सकता है। किन्तु एक तथ्य स्मरण रखना चाहिए, जहां हिंदू अल्पसंख्यक है क्या वह वहां सदा पिटता रहा है या पिटता रहेगा? इतिहास बता रहा है अब यह सत्य नहीं है। मुजफ्फरनगर, शामली, शिव विहार आदि कई स्थानों के अनुभव जेहादी नेता भूले नहीं होंगे। 

विश्व हिंदू परिषद देश की सभी सरकारों और राजनीतिक दलों से अपील करती कि वे अपने राजनीतिक स्वार्थ को छोड़कर देशहित का विचार करें। देश को विकासमार्ग पर ले जाने के अपने दायित्व को स्वीकार करें। उन्हें इतिहास का ध्यान रखना चाहिए कि मोहम्मद बिन कासिम का साथ देने वाले जयचंद की क्या दुर्गति हुई थी। अपने स्वार्थ के लिए देश हित की बली चढ़ाने वालों की दुर्गति यही होती है। 

विहिप हिन्दू समाज का भी आह्वान करती है कि 'पलायन नहीं पराक्रम' हिन्दू का संकल्प रहा है। जहाँ की सरकारें दंगाईयों पर कठोर कार्यवाही कर रही हैं, उनका साथ दें और जहाँ वे दंगाइयों के साथ हैं, वहाँ अपने सामर्थ्य को जागृत करें। हमें दंगाइयों से भयभीत न होते हुए स्वाभिमान पूर्ण जीवन जीने की परिस्थितियों का निर्माण करना है। दंगाइयों को स्मरण रखना चाहिए, यह 1946 नहीं है। संकल्प और शौर्यवान हिंदू उनके षड्यंत्रों को सफल नहीं होने देगा।
 
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,  
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक 

*पारंपरिक चिकित्सा केन्द्र उद्घाटन जामनगर सीधे प्रसारण👀*

 Live: PM Modi lays foundation stone of WHO Global Centre for traditional medicine in JamNagar Gujarat. 

*पारंपरिक चिकित्सा केन्द्र उद्घाटन जामनगर सीधे प्रसारण👀* 
1/98, गुजरात प्रदेश 👑दर्पण YDMS 
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*युदस पसूका नदि/जा न 19 अप्रैल 22:* * आप देख रहे हैं, पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक केन्द्र वि स्वा संग का प्रमं मोदी द्वारा उद्घाटन जामनगर सीधे प्रसारण👀* हमारे सर्व प्रादेशिक यूट्यूब चैनल की प्ले सूची गुजरात प्रदेश 👑दर्पण YDMS में 1/98 पर। 
यह अनुभव आपको कैसा लगा? 
जिससे हम आपको और उत्तम ढंग से जानकारी दे सकें। 
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,  
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Sunday, August 8, 2021

*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*

*टोक्यो ओलंपिक 2021 समापन समारोह:*

👉🌟🎯PL-197/197,  क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈
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*युदस/टोक्यो नदि 8 अग 21:* आज रविवार टोक्यो ओलंपिक खेलों के समापन समारोह में, भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे बजरंग, जितने भारतीय खिलाड़ी चाहें भाग ले सकते हैं, किन्तु केवल 10 अधिकारी ही इसमें भाग ले सकते हैं।
समारोह के मध्य रोक खिलाड़ियों की संख्या पर नहीं।
उद्घाटन समारोह में खिलाड़ियों ने जहां पारंपरिक वेशभूषा पहनीं, वहीं वे समापन समारोह में ट्रैक सूट पहने हुए आएंगे।

भारतीय समयानुसार शाम 4:30 बजे से आरम्भ होने वाले समारोह में हॉकी और कुश्ती के अधिकतर खिलाड़ियों के भाग लेने की संभावना है.श।

शनिवार को कांस्य पदक विजेता पहलवान बजरंग पुनिया समापन समारोह में भारतीय दल का नेतृत्व करेंगे।

भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) के नियमों के अनुसार ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों सहित भविष्य की खेल प्रतियोगिताओं में देश के ध्वजवाहक बनेंगे।

पुरुष हॉकी दल के कप्तान मनप्रीत सिंह और मुक्केबाज एमसी मैरीकॉम उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे।
तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार
-युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
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यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ।।"- तिलक 

Saturday, August 7, 2021

🚩नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास स्वर्ण पदक विजेता🚩👑

  🚩नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास स्वर्ण पदक विजेता🚩👑 

👉🌟🎯PL 195/195, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈 

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*युदस/ओलंपिक नदि 7 अग 21:* भारत को ओलंपिक भाला फेंक में स्वर्ण पदक। 

वाह भई वाह! नीरज चोपड़ा, उनके परिवार सहित पूरे देश को हार्दिक बधाई!! क्या बात है। गर्व की बात केवल ओलंपिक में स्वर्ण पदक विजेता की नहीं, अपितु उस आत्मविश्वास की है जिससे कि भाला फेंका गया। यह भाला इतने आत्मविश्वास पूर्वक फेंका गया कि उसने उधर देखा भी नहीं। तुमसे भारत गौरवान्वित हुआ। 

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार -युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS 👑 

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Wednesday, August 4, 2021

सीधा प्रसारण- शिक्षा केमं अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान

सीधा प्रसारण- शिक्षा केमं अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान 
👉PL 127, पर्या वायु, जल शिक्षा पर्यटन व बहुमुखी उत्थान दर्पण-🚩 
🔑DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 
*युगदर्पण त्वरित समाचार प्रस्तुति 4 अगस्त 21* प्रमं मोदी के नेतृत्व में शिक्षा नीति को आरम्भ से ही, बहुमुखी विकास का सुदृढ़ आधार निर्माण करने के प्रयास 👀 शिक्षा केमं अनुराग ठाकुर, धर्मेन्द्र प्रधान मीडिया को संबोधित, सीधा प्रसारण। पर्या वायु, जल शिक्षा पर्यटन व बहुमुखी उत्थान दर्पण-🚩प्ले सूची के 127 पर उपलब्ध। 
तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार-युगदर्पण ®2001 मीडिया समूहYDMS👑 
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Saturday, July 24, 2021

*ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत#Yokyo2020*

*ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत#Yokyo2020*
👉🌟🎯PL-158, क्रीड़ा 🏏व सृजन मंच कला-दर्पण👈
DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण
*युदस नदि 24 जुलाई:* #Yokyo2020, India got its first Silver medal in Tokyo 2020. Cheers Meera Bai Chanu. Thanks. And continue.
आज 👉🚩🙏मीरा बाई चानू, टोक्यो ओलम्पिक2020 में प्रथम रजत से आपने देश को सम्मानित किया। आपको बहुत बहुत बधाई और धन्यवाद। आप और अधिक सफलता प्राप्त कर, ख्याति अर्जित करें।🙏👈 -तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार -युगदर्पण ®2001 मीडिया समूह YDMS👑

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Monday, January 20, 2020

YDMS👑प्रस्तुति... DD-Live YDMS दूरदर्पण, CD-Live YDMS चुनावदर्पण देश को समर्पित, दो यू-टयूब राष्ट्रीय चैनल.

👑आज अपने जन्म दिवस के अवसर पर, देश को समर्पित हैं, दो यू-टयूब राष्ट्रीय चैनल 
सकारात्मक सार्थक श्रेष्ठ चयनित समाचार का प्रतीक YDMS👑प्रस्तुति
DD-Live YDMS दूरदर्पण विविध राष्ट्रीय अन्तरराष्ट्रीय विषयों पर दो दर्जन प्ले-सूची  https://www.youtube.com/channel/UCHK9opMlYUfj0yTI6XovOFg एवं
देश की राजनीति पर युगदर्पण मीडिया समूह का नया यू-टयूब चैनल CD-Live YDMS चुनावदर्पण
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कभी विश्व गुरु रहे भारत की, धर्म संस्कृति की पताका; विश्व के कल्याण हेतू पुनः नभ में फहराये | - तिलक

यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण, योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Monday, July 11, 2016

शिक्षक, राष्‍ट्र के भविष्‍य निर्माता

शिक्षक राष्‍ट्र के भविष्‍य निर्माता हैं
शिक्षको का सम्‍मान होना चाहिए : जावड़ेकर 

Image result for जावड़ेकरअपने गुरूओं के प्रति आभार व्‍यक्‍त करते हुए और राष्‍ट्र निर्माण में शिक्षक की भूमिका पर बल देते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को पुणे फरगुसन कॉलेज में आयोजित एक समारोह में शिक्षाविदों और शिक्षकों को सम्‍मानित किया। ‘गुरू प्रणाम’ समारोह में उन्‍होंने कहा कि अपने शिक्षकों को सम्‍मानित करते हुए मैं पूरे देश के शिक्षकों को प्रणाम करता हूं। 
अपने जीवन को मूल्‍यवान बनाने में अपने गुरूओं की भूमिका का स्मरण दिलाते हुए जावड़ेकर ने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे शिक्षा को रुचिकर बनाये और इसे घसीटने वाला न बनाये। 
उन्‍होंने कहा कि शिक्षक भारतीय शिक्षा में परिवर्तन ला सकते हैं। सरकार शिक्षकों की योग्‍यता में विश्‍वास करती है। देश में अनेक शिक्षक परिवर्तन लाने का काम कर रहे है, किन्तु सभी शिक्षकों को इस मिशन में शामिल होना चाहिए। उन्‍होंने कहा कि यदि शिक्षक दृढ़ है, तो वे गुणवत्‍ता सम्‍पन्‍न शिक्षा सुनिश्चित कर सकते है। जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षकों के प्रयासों की सराहना की जाएगी और उनका दायित्‍व निर्धारित किया जाएगा। 
उन्‍होंने कहा कि महाराष्‍ट्र में गोपाल कृष्‍ण गोखले, बी.आर. अम्‍बेडकर, महात्‍मा फूले, गोपाल गणेश अगरकर, लोकमान्‍य तिलक, महर्षि कर्वे, कर्मवीर भाउराव पाटिल तथा पंजाबराव देशमुख जैसे सुधारक हुए है, जिन्‍होंने शिक्षा पर बल दिया। जावड़ेकर ने कहा कि शिक्षकों को विद्यार्थियों को बड़े सपने देखने के लिए प्रोत्‍साहित करना चाहिए। 
शिक्षा प्रणाली के परिवर्तन में शिक्षकों की भूमिका का उदाहरण देते हुए जावड़ेकर ने मध्‍यप्रदेश के सतना जिले के पालदेव गांव के बारे में अपने अनुभव को बताया। इस गांव के स्‍कूल की 12वीं कक्षा का परिणाम केवल 28 % था। जब इस गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गोद लिया गया, तो जावड़ेकर ने सभी शिक्षकों को विश्‍वास में लेते हुए उन्‍हें प्रेरित किया। इसका परिणाम ये हुआ कि सात माह में उर्तीण होने का % 28 से 82 हो गया। शिक्षकों के उत्‍साह से परिणाम बदल सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री ने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि शिक्षक शिक्षा की गुणवत्‍ता में सुधार के मिशन में उत्‍साह से भाग लेंगे। 
समारोह में जावड़ेकर ने महाराष्‍ट्र शिक्षा सोसाइटी के पी.एल. गावड़े, जानेमाने लेखक डी.एम.मि रासदर, प्रख्‍यात वैज्ञानिक डॉक्‍टर आर.ए.माशेलकर, शिक्षाविद शरद वाग, पी.सी.सेजवालकर, दादा पुतमबेरकर, डॉक्‍टर एस.एन नवलगुंडकर और डॉक्‍टर वानी को सम्‍मानित किया। 
हमें, यह मैकाले की नहीं, विश्वगुरु की शिक्षा चाहिए।
आओ, जड़ों से जुड़ें, मिलकर भविष्य उज्जवल बनायें।।- तिलक
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

भाप्रौसं मुंबई की दीक्षांत समारोह पोशाक होगी खादी !

भाप्रौसं मुंबई की दीक्षांत समारोह पोशाक होगी खादी ! 
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नदि तिलक। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भाप्रौसं), मुंबई ने अपने दीक्षांत समारोह की पोशाक के लिए खादी का चयन किया है। गुजरात विश्वविद्यालय के बाद अब खादी ने प्रमुख भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (भाप्रौसं), मुंबई के अधिकारियों के दिल में स्थान बनाया है। खादी अपनाने के बारे में आग्रह और लोकप्रियता से आकर्षित होकर संस्थान ने दीक्षांत समारोह के समय छात्रों द्वारा पहने जाने के लिए 3,500 खादी के अंगवस्त्रम बनाने को कहा गया है। यह एक महत्वपूर्ण पग है और यह दर्शाता है कि खादी का स्थान जीवन के हर क्षेत्र में बढ़ रहा है। भाप्रौसं मुंबई के निदेशक प्रोफेसर देवांग खाखर ने कहा कि खादी हमारा राष्ट्रीय प्रतीक है और छात्रों में राष्ट्रीयता की भावना भरने के लिए हमने खादी को अपनाया है। 
हमें, यह मैकाले की नहीं, विश्वगुरु की शिक्षा चाहिए।
आओ, जड़ों से जुड़ें, मिलकर भविष्य उज्जवल बनायें।।- तिलक
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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Wednesday, March 23, 2016

प्रधानमंत्री ने भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू को दी श्रद्धांजलि 
तिलक 
23 मार्च 16  न दि 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को सर्वोच्च बलिदान उनके पर श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘मैं भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव को उनके शहीदी दिवस के अवसर पर नमन करता हूं और पीढ़ियों को प्रेरणा देने वाले उनके अदम्य साहस और देशभक्ति के लिए उन्हें नमन करता हूं।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अपने युवाकाल में इन तीन बहादुर लोगों ने अपने जीवन त्याग दिए, ताकि आने वाली पीढ़ियां आजादी की हवा में सांस ले सकें।’’ आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू को निर्धारित समय से कुछ घंटे पूर्व ही फांसी पर चढ़ा दिया गया था। इन तीनों को लाहौर कांड मामले में मृत्यु दंड की घोषणा की गई थी। प्रधानमंत्री ने समाजवादी नेता डॉ राम मनोहर लोहिया को भी उनकी जयंती के अवसर पर स्मरण किया। उन्होंने लोहिया को ‘‘एक ऐसा विद्वान और मौलिक विचारक’ बताया, जिन्होंने दूसरे दलों के लोगों को भी प्रेरणा दी।'' 
मोदी ने लोहिया के उस पत्र की भी एक प्रति सार्वजनिक की, जो उन्होंने महात्मा गांधी को 30 अप्रैल, 1941 को बरेली सेंट्रल जेल से लिखा था। इस पत्र में लोहिया ने अलमोड़ा के हरि दत्त कंदपाल का परिचय गांधी से करवाया था। पत्र में उन्होंने कहा था कि कंदपाल अहिंसा में गहरा विश्वास रखने वाले व्यक्ति हैं और जेल से मुक्त होने के बाद उनसे (गांधी से) मिलना चाहते हैं। प्रधानमंत्री ने कांची मठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती का भी उनके सहस्र चंद्र दर्शन के विशेष अवसर पर अभिनंदन किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं। मोदी ने कहा, ‘‘कांची मठ के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती जी को, उनके सहस्र चंद्र दर्शन के विशेष अवसर पर, मेरी हार्दिक बधाई।’’ उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘पूज्य शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती जी ने अपना जीवन सेवा और आध्यात्मिकता के प्रति समर्पित कर दिया है। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य और दीघायु होने की कामना करता हूं।'' 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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Thursday, February 25, 2016

कौन राष्ट्र द्रोही, कौन राष्ट्र भक्त ?

कौन राष्ट्र द्रोही, कौन राष्ट्र भक्त ? 
ज.ला.ने. विवि में जहाँ भारत की बर्बादी तक संघर्ष, पाकिस्तान जिन्दाबाद जैसे नारे लगे, अफज़ल, मकबूल भट्ट जिनके नायक है उनके समर्थन में गए, वामपंथियों के अतिरिक्त राहुल गाँधी व आनन्द शर्मा तथा उनसे देश के 1 अरब लोगों को उनके समर्थन का आश्वासन दिया। क्या राहुल को लगता है, पूरा देश ऐसे विचारों का समर्थक है? अर्थात पूरे देश द्वारा सत्ताच्युत होने से कुण्ठित राहुल ने पूरे समाज को राष्ट्र द्रोह की गाली दी। 
ध्यान से देखिये इस वीडिओ को, जिसकी कठोर शब्दों में न केवल निन्दा की जानी चाहिए, अपितु भरपूर विरोध करने में भी, युगदर्पण तथा युदमीस (YDMS) उन सब का आवाहन करता है, जो राहुल के अनुसार इन राष्ट्रद्रोहियों से जुड़े लोगों से स्वयं को अलग मानते हैं। 
This video confirms who is nationalist and who in antiNational. 
JNU where slogans of Pakistan zindabad, and fight to ruin the Nation by supporters of afzal and maqbool bhatt were favourites, and after action on them Left along with Rahul Gandhi and Anand Sharma went to show thier solidarity. Frustrated leader of cong attached 1 billion people, of this country. As these people thown him out of power, With this he abused all of us, to be on that side with antiNationals. We not only condemn his statement but also refute with fullest voice. Also in the court of Law. 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक

Wednesday, January 27, 2016

ये है मनोहर लाल जी का मनोहारी हरियाणा।

ये है मनोहर लाल जी का मनोहारी हरियाणा। 
Image result for manohar lal khattar in hindiहोटल के खाने का ऐसा बिल जिसे पढकर, आपके भी आंखों से भावुक आंसू आयेंगे.! .


हरयाणा के एक होटेल में घटी सत्य घटना है ...!!
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रात का समय था, होटल की मेज रखा पर 
अपना खाना, एक समान्य वयस्क श्रमिक बैठा खा रहा था ..! तभी उसकी दृष्टी होटल के बाहर कडी ठण्ड में खडे छोटे से भाई बहन की जोडी पर गई ...!!
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जो दोनों बच्चों का दुखी चेहरा, 
खाने की थाली पर कातर दृष्टी से देखते बच्चे, यह बात उस व्यक्ति के ध्यान में क्षण भर में आ गयी ...!! 
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आँखों से संकेत करते दोनों बच्चों को अंदर बुलाया, बच्चे संकोच से डरते डरते ही अंदर आये,
उस समान्य श्रमिक ने दोनों बच्चों के लिए खाने की दो थाली मंगाई .....
नन्हे बच्चें, अपने नन्हे से हाथों में जो बैठ रहा था, वो फटाफट खा रहे थे ......
नन्हे बच्चों के पेट में भूख की आग बुझ रही थी ...
खाना खाने के पश्चात् उस आदमी ने बिल मंगवाया .....!!
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काउंटर पर से बिल आया, आँकड़ा देखकर वो व्यक्ति स्तब्ध, निशब्द रह गया ..!!
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जानते है, बिल कितना था ?
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उस बिल पर लिखा था "हमारे पास ऐसी कोई मशीन या फिर आँकडा नहीं, जिससे मानवता का मुल्य गिना जा सके, भगवान आपका भला करे "
...ये है मनोहर लाल जी का आज का मनोहारी हरियाणा। 
🏻 🏻मानवता को प्रणाम कहो कैसी रही 
जब देश का नकारात्मक भांड मीडिया जो असामाजिक तत्वों का महिमामंडन करे, 
उसका सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, प्रेरक राष्ट्र नायको का यशगान 
-युगदर्पण मीडिया समूह YDMS- तिलक संपादक 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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Tuesday, January 19, 2016

महाराणा प्रताप 'वीरयोद्धा और स्वाभिमानी' नायक

महाराणा प्रताप 'वीरयोद्धा और स्वाभिमानी' नायक
स्वतंत्रता के प्रति दृढ़ संकल्पवान वीर शासक एवं महान देशभक्त महाराणा प्रताप का नाम, इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से अंकित है।  महाराणा प्रताप युग के महान व्यक्ति थे। ज्येष्ठ शुक्ल तीज सम्वत् (9 मई )1540 को मेवाड़ के राजा उदय सिंह के घर जन्मे ज्येष्ठ पुत्र, महाराणा प्रताप को बचपन से ही अच्छे संस्कार, अस्त्र-शस्त्रों का ज्ञान और धर्म की रक्षा की प्रेरणा अपने माता-पिता से मिली।

 सादा जीवन और दयालु स्वभाव वाले महाराणा प्रताप की वीरता और स्वाभिमान तथा देशभक्ति की भावना से, अकबर भी बहुत प्रभावित हुआ था। जब मेवाङ की सत्ता राणा प्रताप ने संभाली, तब आधा मेवाड़ मुगलों के अधीन था और शेष मेवाड़ पर अपना आधिपत्य स्थापित करने के लिये अकबर प्रयासरत था। राजस्थान के कई परिवार अकबर की शक्ति के आगे घुटने टेक चुके थे, किन्तु महाराणा प्रताप अपने वंश को चलाये रखने के लिये संघर्ष करते रहे और अकबर के सामने आत्मसर्मपण नहीं किया। जंगल-जंगल भटकते हुए भी, उन्होंने कभी धैर्य नहीं खोया, पैसे के अभाव में सेना के टूटते हुए मनोबल को पुनर्जीवित करने के लिए दानवीर भामाशाह ने अपना पूरा कोष समर्पित कर दिया। तो भी, महाराणा प्रताप ने कहा कि सैन्य आवश्यकताओं के अतिरिक्त मुझे आपके कोष की एक पाई भी नहीं चाहिये। अकबर के अनुसार  महाराणा प्रताप के पास साधन सीमित थे, किन्तु फिर भी वो झुका नहीं, डरा नहीं।

महाराणा प्रताप का हल्दीघाटी के युद्ध के बाद का समय पहाड़ों और जंगलों में व्यतीत हुआ। अपनी पर्वतीय युद्ध नीति के द्वारा उन्होंने अकबर को कई बार पराजय दी। यद्यपि जंगलों और पहाड़ों में रहते हुए महाराणा प्रताप को अनेक प्रकार के कष्टों का सामना करना पड़ा, किन्तु उन्होने अपने आदर्शों को नहीं छोड़ा। महाराणा प्रताप के सुदृढ़ संकल्पों ने अकबर के सेनानायकों के सभी प्रयासों को असफल बना दिया। उनके धैर्य और साहस का ही प्रतिफल था कि 30 वर्ष के निरंतर प्रयास के बाद भी अकबर महाराणा प्रताप को बन्दी न बना सका। महाराणा प्रताप का सबसे प्रिय घोड़ा ‘चेतक‘ था, जिसने अंतिम सांस तक अपने स्वामी का साथ दिया था।

 हल्दीघाटी के युद्ध में उन्हें भले ही पराजय का सामना करना पड़ा, किन्तु हल्दीघाटी के बाद अपनी शक्ति को संगठित करके शत्रु को पुनः चुनौती देना, प्रताप की युद्ध नीति का एक अंग था। महाराणा प्रताप ने भीलों की शक्ति को पहचान कर उनके अचानक धावा बोलने की प्रक्रिया को समझा और उनकी छापामार युद्ध पद्धति से अनेक बार मुगल सेना को कठिनाइयों में डाला था। महाराणा प्रताप ने अपनी स्वतंत्रता का संघर्ष जीवनपर्यन्त जारी रखा। अपने शौर्य, उदारता तथा सदगुणों से जनसमुदाय में लोकप्रिय थे। महाराणा प्रताप सच्चे क्षत्रिय योद्धा थे, उन्होने अमरसिंह द्वारा पकड़ी गई बेगमों को सम्मान पूर्वक वापस भिजवाकर अपने विशाल ह्रदय का परिचय दिया था।

हल्दीघाटी के युद्ध में पराजय अपनी शक्ति और कौशल में कमी के कारण नहीं, अपितु राजा मानसिंह, भाई शक्ति सिंह का अहम और दुष्ट, ईर्ष्यालु भाई जगमाल की सत्तालोलुप महत्वाकांक्षा के कारण अकबर का साथ देने से हुई। 
महाराणा प्रताप में अच्छे सेनानायक के गुणों के साथ-साथ अच्छे व्यवस्थापक की विशेषताएँ भी थी। अकबर की उच्च महत्वाकांक्षा, शासन निपुणता और असीम साधनों के बाद भी महाराणा प्रताप की अदम्य वीरता, साहस और उज्ज्वल कीर्ति को परास्त न कर सकी। अंतत: शिकार के समय लगी चोटों के कारण महारणा प्रताप की मृत्यु 19 जनवरी 1597 को चावंड में हुई।
राष्ट्रद्रोहियों को परास्त करना ही, उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि होगी। जिससे हल्दी घाटी हमें फिर घाव न दे सके। भारत के शत्रुओं को दण्डित करने से हम सशक्त होंगे, वे क्षमा योग्य नहीं, न यह मानवता वाद। 
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
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Tuesday, January 12, 2016

ज्ञानपुंज, स्वामी विवेकनन्द जी,

ज्ञानपुंज, स्वामी विवेकनन्द जी, 
 व्यक्तित्व 
उठो जागो और तब तक आगे बढ़ते रहो, जब तक भारत पुन: विश्व गुरु के आसान पर आरूढ़ न हो  जाये। शिकागो विश्व धर्म संसद में, अपने दिव्य ओजस्वी भाषण से चकित कर परतंत्र भारत को विश्व में सम्मान दिलाने वाले, स्वामी विवेकनन्द जी, सरस्वती जिनकी जिह्वा पर विराजती थी।  जन्म 13 जनवरी, 1863, तथा कम आयु में ही चमत्कारिक ज्ञान से विश्व को प्रकाशमय कर देनेवाले (नरेंद्र ) स्वामीजी की वर्षगांठ पर हमारी कोटि कोटि शुभकामनायें व बधाई। आइये, इनका अनुसरण कर जीवन को तमस मुक्त, प्रकाशयुक्त करने का संकल्प लें।
युवाओं के शक्तिपुंज और आदर्श तथा प्रेरक संत स्वामी विवेकानंद का जन्म कलकत्ता के दत्त परिवार में 12 जनवरी 1863 ईसवीं को हुआ था। स्वामी विवेकानंद के बचपन का नाम नरेंद्र नाथ था। स्वामी विवेकानंद के पिता विश्वनाथ दत्त कई गुणों से विभूषित थे। वे अंग्रेजी एवं फारसी भाषाओं में दक्ष थे। बाइबल उनका रूचि का ग्रंथ था। स्वामी जी के पिता संगीतप्रेमी भी थे। अतः पिता विश्वनाथ की इच्छा थी कि उनका पुत्र नरेंद्रनाथ भी संगीत की शिक्षा ग्रहण करें। स्वामी विवेकानंद की माता बहुत ही गरिमायी व धार्मिक रीति-संस्कृति वाली महिला थीं। उन्हें गरिमा किसी राजवंश की जैसी थी। ऐसे सह्दय परिवार में स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ और फिर उन्होंने सारे विश्व को हिलाकर रख दिया तथा भारत के लिए महिला और गरिमा से भरे एक नये युग का सूत्रपात किया।
यह बालक नरेंद्र नाथ बचपन में ही बहुत अधिक शरारती थे किन्तु इनमे अशुभ लक्षण नहीं दिखलायी पढ़ रहे थे। सत्यवादिता उनके जीवन का मेरूदंड थी। वे दिन में खेलों में मगन रहते थे और रात्रि में ध्यान लगाने लग गये थे। ध्यान के समय उन्हें अदृभुत दर्शन प्राप्त होने लग गये। समय के साथ उनमें और परिवर्तन दिखलायी पड़ने लगे। वे अब बौद्धिक कार्यों को प्राथमिकता देने लगे। पुस्तकों का गहन अध्ययन करने लग गये थे। सार्वजनिक भाषणों में भी उपस्थित रहने लगे तथा बाद में, उन भाषणों की समीक्षा करने लगे, वे जो भी सुनते थे उसे वे अपने मित्रों के बीच शब्दश: वैसा ही सुनाकर सबको आश्चर्यचकित कर देते थे। उनकी पढ़ने की गति भी बहुत तीव्र थी तथा वे जो भी पढ़ाई करते उन्हें अक्षरशः याद हो जाया करता था। पिता विश्वनाथ ने अपने पुत्र की विद्वता को अपनी ओर खींचने का प्रयास प्रारंभ किया। वे उसके साथ घंटों ऐसे विषयों पर चर्चा करते, जिनमें विचारों की गहराई, सूक्ष्मता और स्वस्थता होती।
बालक नरेंद्र ने ज्ञान के क्षेत्र में बहुत अधिक उन्नति कर ली थी। उन्होंने तत्कालीन एंट्रेस की कक्षा तक पढ़ाई के मध्य ही अंग्रेजी और बांग्ला साहित्य के सभी ग्रंथों का अध्ययन कर लिया था। उन्होंने सम्पूर्ण भारतीय इतिहास व हिंदू धर्म का भी गहन अध्ययन कर लिया था। कालेज की पढ़ाई के बीच सभी शिक्षक उनकी विद्वता को देखकर आश्चर्यचकित हो गये थे। अपने कालेज जीवन के प्रथम दो वर्षों में ही पाश्चात्य तर्कशास्त्र के सभी ग्रंथों का गहन अध्ययन कर लिया था। इन सबके बीच नरेंद्र का दूसरा पक्ष भी था। उनमें आमोद-प्रमोद करने की कला थी, वे सामाजिक वर्गों के प्राण थे। वे मधुर संगीतकार भी थे। सभी के साथ मधुर व्यवहार करते थे। उनके बिना कोई भी आयोजन पूरा नहीं होता था। उनके मन में सत्य को जानने की तीव्र आकांक्षा पनप रही थी। वे सभी सम्प्रदायों के नेताओं के पास गये किन्तु कोई भी उन्हें संतुष्ट नहीं कर सका।
1881 में नरेंद्र नाथ पहली बार रामकृष्ण परमहंस के सम्पर्क में आये। रामकृष्ण परमहंस मन में ही नरेंद्र को अपना मनोवांछित शिष्य मान चुके थे। प्रारंभ में वे परमहंस की ईश्वरवादी पुरुष के रूप में मानने को तैयार न थे। पर धीरे-धीरे विश्वास जमता गया। रामकृष्ण जी समझ गये थे कि नरेंद्र में एक विशुद्ध चित साधक की आत्मा निवास कर रही है। अतः उन्होंने उस युवक पर अपने प्रेम की वर्षा करके, उन्हें उच्चतम आध्यात्मिक अनुभूति के पथ में परिचालित कर दिया। 1884 में बीए की परीक्षा के मध्य ही उनके परिवार पर संकट आया जिसमें उनके पिता का देहावसान हो गया। 1885 में ही रामकृष्ण को गले का कैंसर हुआ जिसके बाद रामकृष्ण ने उन्हें संन्यास की दीक्षा दी तथा उसके बाद ही उनका नाम स्वामी विवेकानंद हो गया। 1886 में स्वामी रामकृष्ण ने महासमाधि ली। वे स्वामी विवेकानंद को ही अपना उत्तराधिकारी घोषित कर गये। 1888 के पहले भाग में स्वामी विवेकानंद मठ से बाहर निकले और तीर्थाटन के लिए निकल पड़े। काशी में उन्होंने तैलंगस्वामी था भास्करानंद जी के दर्शन किये। वे सभी तीर्थों का भ्रमण करते हुए गोखरपुर पहुचें। यात्रा में उन्होंने अनुभव किया जनसामान्य में धर्म के प्रति अनुराग में कमी नहीं है। गोरखपुर में स्वामी जी को पवहारी बाबा का सान्निध्य प्राप्त हुआ। फिर वे सभी तीर्थो, नगरों आदि का भ्रमण करते हुए कन्याकुमारी पहुंचे। यहां श्री मंदिर के पास ध्यान लगाने के बाद उन्होंने भारतमाता के भावरूप में दर्शन हुए और उसी दिन सें उन्होंने भारतमाता के गौरव को स्थापित करने का निर्णय लिया। 
स्वामी जी ने 11 सितम्बर 1893 को अमेरिका के शिकागों में आयोजित धर्मसभा में हिेदुत्व की महानता को प्रतिस्थापित करके पूरे विश्व को चौंका दिया। उनके व्याख्यानों को सुनकर, पूरा अमेरिका ही उनकी प्रशंसा से मुखरित हो उठा। न्यूयार्क में उन्होंने ज्ञानयोग व राजयोग पर कई व्याख्यान दिये। उनसे प्रभावित होकर हजारों अमेरिकी उनके शिष्य बन गये। उनके लोकप्रिय शिष्यों में भगिनी निवेदिता का नाम भी शामिल है। स्वामी जी ने विदेशों में हिंदू धर्म की पताका फहराने के बाद भारत वापस लौटे। स्वामी विवेकानंद हमें अपनी आध्यात्मिक शक्ति के प्रति विश्वास करने के लिए प्रेरित करते हैं। वे राष्ट्र निर्माण से पहले मनुष्य निर्माण पर बल देते थे। अतः देश की वर्तमान राजनैतिक एवं सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए, देश के युवावर्ग को स्वामी विवेकानंद के विषय एवं उनके साहित्य का गहन अध्ययन करना चाहिये। युवा पीढ़ी स्वामी विवेकानंद के विचारों से अवश्य ही लाभान्वित होगी। 
स्वामी विवेकानंद युवाओं को वीर बनने की प्रेरणा देते थे। युवाओं को संदेश देते थे कि बल ही जीवन हैं और दुर्बलता मृत्यु। स्वामी जी ने अपना संदेश युवकों के लिए प्रदान किया है। युवावर्ग स्वामी जी के वचनों का अध्ययन कर उनकी उद्देश्य के प्रति निष्ठा, निर्भीकता एवं दीन-दुखियों के प्रति गहन प्रेम और चिंता से अत्यंत प्रभावित हुआ है। युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद के अतिरिक्त अन्य कोई अच्छे मित्र, दार्शनिक एवं मार्गदर्शक नहीं हो सकता है। नवीन भारत के निर्माताओं में स्वामी विवेकानंद का स्थान सर्वोपरि हैं। ऐसे महानायक स्वामी विवेकानंद ने 4 जुलाई 1902 को अपने जीवन का त्याग किया।
13 जन, 2013 से 2014 जन्म शतार्द्ध (150 वीं ) वर्षगांठ संपन्न हुई। 
आप सभी को लोहड़ी तथा मकर संक्रांति पर्व की सपरिवार बहुत बहुत बधाई।
इतिहास को सही दृष्टी से परखें। गौरव जगाएं, भूलें सुधारें।
आइये, आप ओर हम मिलकर इस दिशा में आगे बढेंगे, देश बड़ेगा। तिलक YDMS
जीवन ठिठोली नहीं, जीने का नाम है | जीने अथवा आगे बढ़ने का मार्ग मिलेगा, जब (भारत व इंडिया में अंतर) समझेंगे। 
मेरा भारत, मैं भारत का (Not India)
यह सम्बन्ध बनता है,  देश व समाज की जड़ों से जुड़कर।
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मेरा भारत, मैं भारत का (Not India)

गुरुवार, 9 जनवरी 2014

नकारात्मक बिकाऊ मीडिया जनता को भ्रमित करे, तब जो 40 पृष्ठ में न मिल सके वो 4से 6 पृष्ठ में पायें 

नकारात्मक बिकाऊ मीडिया का सकारात्मक राष्ट्रवादी विकल्प युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. 
2001 से युगदर्पण समाचारपत्र द्वारा सार्थक पत्रकारिता और 2010 से हिंदी ब्लॉग जगत में विविध विषयों के 28 ब्लॉग के माध्यम व्यापक अभियान चला कर 3 वर्ष में 60 अब 70+ देशों में पहचान बनाई है। तथा काव्य और लेखन से पत्रकारिता में अपने सशक्त लेखन का विशेष स्थान बनाने वाले तिलक राज के 10 हजार पाठकों में लगभग 2000 अकेले अमरीका में हैं।  यदि आप भी मुझसे जुड़ना चाहते हैं, तो आपका हार्दिक स्वागत है, संपर्क करें औऱ अपने सम्पर्क सूत्र सहित बताएं कि आप किस प्रकार व किस स्तर पर कार्य करना चाहते हैं, तथा कितना समय देना चाहते हैं ? आपका आभार अग्रेषित है। -तिलक, संपादक युगदर्पण मीडिया समूह  09910774607, 07531949051 
विश्वगुरु रहा वो भारत, इंडिया के पीछे कहीं खो गया | 
इंडिया से भारत बनकर ही, विश्व गुरु बन सकता है; - तिलक 
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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