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घड़ा कैसा बने?-इसकी एक प्रक्रिया है। कुम्हार मिटटी घोलता, घोटता, घढता व सुखा कर पकाता है। शिशु, युवा, बाल, किशोर व तरुण को संस्कार की प्रक्रिया युवा होते होते पक जाती है। राष्ट्र के आधारस्तम्भ, सधे हाथों, उचित सांचे में ढलने से युवा समाज व राष्ट्र का संबल बनेगा: यही हमारा ध्येय है। "अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।" (निस्संकोच ब्लॉग पर टिप्पणी/अनुसरण/निशुल्क सदस्यता व yugdarpan पर इमेल/चैट करें, संपर्कसूत्र- तिलक संपादक युगदर्पण
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Friday, July 1, 2022

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई।

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई। 

प्रधानमंत्री ने पीएसएलवी सी53 द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल प्रक्षेपण पर इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार पसूका एवं प्रधानमंत्री कार्यालय: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई दी है।  

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः

 “अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों को लॉन्च करके पीएसएलवी सी53 मिशन ने एक नया पड़ाव अर्जित कर लिया है। यह उपलब्धी, कर दिखाने के लिये @INSPACeIND और @isro को बधाई। विश्वास है कि निकट भविष्य में और अधिक भारतीय कंपनियां अंतरिक्ष में पहुंचेंगी।” 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 की ओर से भी, 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई हो।  

https://t.me/+YUEjthSnYJJmMWQ9 

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक 

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई।

अंतरिक्ष दर्पण: प्रधानमंत्री की बधाई। 

प्रधानमंत्री ने पीएसएलवी सी53 द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों की सफल प्रक्षेपण पर इन-स्पेसई और इसरो को बधाई दी 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार पसूका एवं प्रधानमंत्री कार्यालय: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई दी है।  

एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा हैः

 “अंतरिक्ष में भारतीय स्टार्ट-अप्स के दो पे-लोडों को लॉन्च करके पीएसएलवी सी53 मिशन ने एक नया पड़ाव अर्जित कर लिया है। यह उपलब्धी, कर दिखाने के लिये @INSPACeIND और @isro को बधाई। विश्वास है कि निकट भविष्य में और अधिक भारतीय कंपनियां अंतरिक्ष में पहुंचेंगी।” 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 की ओर से भी, 'पीएसएलवी सी53 मिशन' द्वारा अंतरिक्ष में भारतीय मौलिक 'स्टार्ट-अप्स' के दो उपग्रहों 'पे-लोडों' की सफल प्रक्षेपण 'लॉन्चिंग' के लिये अंतरिक्ष कर्मियों 'इन-स्पेसई' और इसरो को बधाई हो।  

https://t.me/+YUEjthSnYJJmMWQ9 

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक 

रथ यात्रा पर देशवासियों को बधाई।

रथ यात्रा पर देशवासियों को बधाई। 

*युदस नदि 1 जुलाई 2022:* साभार प्रधानमंत्री कार्यालय एवं पसूका: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रथ यात्रा के अवसर पर देशवासियों को बधाई दी है। उन्होंने इस बार ‘मन की बात’ में भारतीय संस्कृति में यात्रा के महत्त्व पर उल्लिखित अपने विचारों वाला एक वीडियो भी साझा किया है। 

साथ ही युगदर्पण®2001 मीडिया समूह की ओर से भी, रथ यात्रा के अवसर पर सभी देशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं हो। 

https://t.me/+MUSWjHaMjSo5MTQ1

प्रधानमंत्री ने ट्वीट भी किया हैः 
 “रथ यात्रा के विशेष दिवस पर बधाई। हम भगवान जगन्नाथ से प्रार्थना करते हैं कि वे निरंतर कृपा बनाये रखें। हमें अच्छे स्वास्थ्य और आनन्द के लिये उनका आशीर्वाद प्राप्त हो।

प्रधानमंत्री ने कहा, #मन की बात करते, रथ यात्रा के विषय में और हमारी संस्कृति में यात्रा के महत्व पर मैंने जो कहा था, उसे साझा कर रहा हूं।”

Greetings on the special day of Rath Yatra. We pray to Lord Jagannath for his constant blessings. May we all be blessed with good health and happiness. 

Sharing what I had spoken about the Rath Yatra and the importance of a Yatra in our culture during the recent #MannKiBaat. pic.twitter.com/RnREC22ACQ

— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2022

-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
समूह संपादक युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक

Wednesday, June 29, 2022

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*

 *अमिताभ बच्चन की भी सुनो* 

1/87, KBC केवल बच्चन चमत्कार YDMS👑  
▶️DDM-Live Manoranjan YDMS👑 
2001 से अब तक नकारात्मक मीडिया से बचाने का अभियान घलाया युगदर्पण ने, शीघ्र धन पाने KBC की राह जाने वालों को, भ्रामक मीडिया से हानी होगी। 
अपने लाभ हेतु ही सही, अब भ्रामक मीडिया विरुद्ध अमिताभ बच्चन की तो सुनोगे। 
-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
https://youtube.com/playlist?list=PL_Po5OO71WlRfK8wPp8LQJGtV2TLzjtB3 

 https://t.me/ydmsjhj 

नकारात्मक भांड मीडिया जो असामाजिक तत्वों का महिमामंडन करे, उसका सकारात्मक व्यापक विकल्प का सार्थक संकल्प, प्रेरक राष्ट्र नायको का यशगान -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS - तिलक संपादक 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक

Monday, June 27, 2022

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो*

*अमिताभ बच्चन की भी सुनो* 

1/87, KBC केवल बच्चन चमत्कार YDMS👑  
▶️DDM-Live Manoranjan YDMS👑 
2001 से अब तक नकारात्मक मीडिया से बचाने का अभियान घलाया युगदर्पण ने, शीघ्र धन पाने KBC की राह जाने वालों को, भ्रामक मीडिया से हानी होगी। 
अपने लाभ हेतु ही सही, अब भ्रामक मीडिया विरुद्ध अमिताभ बच्चन की तो सुनोगे। 
-तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
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Saturday, June 25, 2022

👉आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May👈

👉आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May👈 साभार सू प्र मं 

*9/332, जीवन-शैली दर्पण:* योग से निरोग, पर्या. सेवा परि. स्वस्थ - आरोग्य सेवा.. 
▶️DD-Live YDMS👑 दूरदर्पण 
*युदस नदि 25 जून 22:* आज़ादी का सफर, रामकृ मिशन स्थापना दिवस आज और स्वतंत्रता सैनानी प्रफुल्ल चाकी को नमन 1 May को तथा इसके अतिरिक्त अन्य वीडियो में पायेंगे- 
जीवन शैली, घर परिवार, समाज आदि विषयों से जुड़ी अति महत्वपूर्ण जानकारियों का संग्रह YDMS👑 के माध्यम स्वास्थ्य, घरेलू एवं सामाजिक वातावरण निर्माण हेतु आप सादर आमंत्रित हैं
bloggers जीवनशैली दर्पण, घरपरिवार दर्पण, समाज दर्पण सहित 30 ब्लॉग की श्रृंखला। 
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार, 
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 
https://t.me/ydmsjsh 

https://youtube.com/playlist?list=PL3G9LcooHZf00O9KsIOWgH4JJJaFVgMp- 

"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है। इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे।।"- तिलक

Wednesday, April 20, 2022

#सामयिक विषयों पर चर्चा YDMS👑

सामयिक विषय

#सामयिक विषयों पर चर्चा YDMS👑 

हिंदुओं पर घात अंतर्राष्ट्रीय जिहादी कुचक्र, रासुका में हो कार्यवाही: डॉ सुरेन्द्र जैन 
https://t.me/ydmsjhj 

*युदस/विहिप नदि 19 अप्रैल 22:* विहिप की 16 अप्रैल को जारी प्रेस विज्ञप्ति (संपादित) के अनुसार, विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ सुरेन्द्र कुमार जैन ने कहा है कि रामनवमी के पावन कार्यक्रमों पर मुस्लिम समाज द्वारा किए जा रहे हिंसक घातक्रम, निर्बाध चल रहा है। उड़ीसा, गोवा अपेक्षाकृत शांत प्रदेश माने जाते हैं। वहां भी रामोत्सव पर घात घोर चिंता का विषय है। विगत दिनों JNU सहित 20 से अधिक स्थानों पर रामनवमी के आयोजनों पर हिंसक घात किए गए। घरों की छतों से पत्थर, ईटें, पेट्रोल बम, तेजाब की बोतलें आदि फेंके गये। अवैध हथियार लहराते हुए जिहादियों की भीड़ ने हिंदुओं पर घात किए। महिलाओं की अस्मिता लूटने का प्रयास किया गया, मंदिरों को तोड़ा गया तथा पुलिसकर्मियों पर भी प्राणघाति घात किए गए।

विहिप का मानना है कि ये घात आतंकवादी कार्यवाही हैं। हर हिंसक और उसको शरण देने वालों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत कार्यवाही होनी चाहिए।  अल-जवाहरी के वीडियो से यह स्पष्ट हो जाता है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय कुचक्र है। भारत के एक आतंकी संगठन पीएफआई की भूमिका अब स्पष्ट रूप से सामने आ रही है। इन हिंसक घात के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर के भारत विरोधी "टूल किट गैंग" का आर्थिक, बौद्धिक व राजनीतिक समर्थन मिल रहा है। दुर्भाग्य से भारत के अधिकांश मुस्लिम नेता और कांग्रेस तथा उनके कोख से निकले सभी दल, इन घातक दलदल में एक साथ खड़े हो गए हैं। टीवी स्टूडियो से लेकर सड़क और न्यायालय तक हर कहीं यह "टूल किट गैंग" इन जिहादियों की रक्षा में एकजुट हो गया है। सोशल मीडिया पर भी मुसलमानों को भड़काने वाले प्रयास विदेशों में रहने वाले कई धनिक जेहादी कर रहे हैं। गत दिनों सोशल मीडिया पर एक बड़ी सक्रियता इन जिहादी तत्वों के द्वारा दिखाई दी। ये भारत विरोधी वातावरण बनाने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे। यह तथ्य सामने आया कि इसमें भारत से बाहर के लोगों का 87% सहयोग है। हमारा यह आरोप सिद्ध हो जाता है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय कुचक्र के अंतर्गत किया जा रहा है। ऐसा लगता है कि वे भारत में गृह युद्ध की स्थिति निर्माण करना चाहते हैं। 

डॉ जैन ने कहा कि यह बर्बर हिंसा रमजान के कथित पवित्र माह में हो रही है। क्या जिहादियों की पवित्रता का अर्थ हिंदुओं का नरसंहार है, महिलाओं पर बलात्कार के प्रयास, मंदिरों को ध्वस्त करना, मकानों व दुकानों को लूट कर आग लगा देना, पुलिसकर्मियों पर गोलियां चलाना दलितों के घरों को आग लगाकर उनकी महिलाओं के साथ अपमान करना है?

उन्होंने कहा कि एक बात स्पष्ट हो गई है कि, "मीम और भीम" के नारे लगाने वाले भी पीएफआई के ही 'एजेंट' है। अनुसूचित समाज का वर्ग सदा से जिहादियों का सामना करने में सबसे आगे रहता है। इनके साथ मित्रता का नारा दलितों के जनधन पर एक निकृष्ट राजनीति करने का प्रयास है। अब उनका घृणित चेहरा भी प्रत्यक्ष हो गया है। उनके मुंह से इन दानवों के विरोध लिए, एक शब्द भी निकला? 

इन घटनाओं से कुछ आधारभूत प्रश्न खड़े होते हैं :

1. मुस्लिम समाज की हठधर्मिता के कारण ही धर्म के आधार पर भारत का विभाजन हुआ था। स्वतंत्रता के बाद भी ये जिहादी हिंदुओं पर घात करने का कोई ना कोई कारण ढूंढ लेते हैं। CAA का भारतीय मुस्लिम समाज से कोई लेना-देना नहीं था, किन्तु शाहीन बाग, शिव विहार जैसे पचासियों स्थानों पर इन्होंने कानून व्यवस्था को ध्वस्त किया और हिंदुओं पर घात किए। हिजाब का विषय एक विद्यालय के गणवेश का विषय था। परंतु जिस प्रकार निर्णय देने वाले न्यायाधीशों को धमकी दी गई और हर्षा की निर्मम हत्या की गई, उससे इनकी मानसिकता स्पष्ट हो जाती है। कुछ लोग कहते हैं कि जिनको भारत में हिंदुओं से प्यार था वही भारत में रह गए। यदि यह सत्य है तो ये घटनाएं क्यों होती हैं? क्यों अभी तक कोई बड़ा मुस्लिम नेता इन हिंसक घटनाओं या राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का विरोध नहीं करता? मुर्तजा जैसे आतंकी के साथ ये सब क्यों खड़े हुए दिखाई देते हैं? 

((प्रश्न: 30 करोड़ में से कुछ मुट्ठी भर, अब्दुल कलाम अथवा अब्दुल हमीद, अपवाद, अन्य कितने हैं? इसके विपरीत जिहादियों के समर्थन में करोड़ों हैं?)) 

2. एक बात बार-बार कही जाती है कि भड़काऊ नारे लगाए गए। कौन से भड़काऊ नारे? ‘जय श्री राम’, व ‘भारत माता की जय’ भड़काऊ नारा कैसे हो सकते हैं? इसके विपरीत कट्टरपंथियों के कई कार्यक्रमों में 'सर धड़ से जुदा होगा' या 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' नारे लगाना क्या भड़काऊ नारे नहीं है? विश्व इतिहास का सबसे भड़काऊ नारा है तो "ला इलाह इल्लल्लाह, मोहम्मद उर रसूल अल्लाह" है। क्या दिन में 5 बार अजान के समय 'केवल अल्लाह की पूजा की जा सकती है किसी और की नहीं' यह कहकर वे हिंदुओं को भड़काने का प्रयास नहीं करते? यदि भड़काऊ नारे के नाम पर ही रामनवमी पर हमलों को ये उचित 'जायज' ठहराते हैं तो इनके नारों के विरोध में हिंदुओं को क्या करना चाहिए? 

3. इस्लाम से सबसे अधिक पीड़ित समाज भारत के मुसलमान हैं। 85% मुसलमानों के पूर्वज हिंदू थे, जिनको बलात् मूसलमान बनाया गया। उनके मन में इन मुस्लिम आक्रमणकारियों के प्रति श्रद्धा नहीं, घृणा होनी चाहिए। ऐसा लगता है कि भारत का मुसलमान 'स्टॉकहोम सिंड्रोम' से पीड़ित है। इस सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति अपने ऊपर अत्याचार करने वाले से प्यार करने लग जाता है और उसके मार्ग पर चलने लग जाता है। किन्तु सौभाग्य से एक दूसरा वर्ग भी है, जो दारा शिकोह, रसखान और एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानता है। इस दूसरे देश भक्त समाज की आवाज दब रही है। दुर्भाग्य से जो आक्रमणकारियों के साथ खड़ा है, वही नेतृत्व करता हुआ दिखाई देता है। इसलिए रजाकारों के मानस पुत्र सहित सभी मुस्लिम नेता आज मुस्लिम समाज को भड़काने का प्रयास करते हैं।

4. कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति के कारण ही भारत का विभाजन हुआ था। दुर्भाग्य से कांग्रेस की यह नीति स्वतंत्रता के बाद भी नहीं बदली। स्वतंत्र भारत में आतंकवाद के सभी स्वरूपों के पीछे कांग्रेस और इनके कोख से जन्म लेने वाले सभी तथाकथित शर्म निरपेक्ष दलों की दलदल हैं। यह तथ्य है कि मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार के संरक्षण में ही SIMI फली फूली थी और आज भी इन्होंने एक गलत तथ्य को ट्वीट करके मध्य प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने का असफल प्रयास किया है। राजस्थान में दंगाइयों को पकड़ने के विपरीत गहलोत सरकार ने जिस प्रकार सभी धार्मिक शोभा यात्राओं पर प्रतिबंध लगा दिया है, वह इसी मानसिकता को दर्शाता है। रामनवमी, महावीर जयंती, गुरु तेग बहादुर आदि की शोभायात्राओं के ऊपर तो पाबंदी लग गई, किन्तु यह निश्चित है मोहर्रम आने तक यह पाबंदी हटा दी जायेगी। हिंदुओं की शोभायात्रा पर पाबंदी लगाने वाली कांग्रेस की शव यात्रा शीघ्र ही निकालेगी यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है। 

5. यह विचारणीय तथ्य है कि दंगे वहीं क्यों होते हैं जहां हिंदू अल्पसंख्या में होता है। विश्व हिंदू परिषद गंभीरता से चाहती है कि हमें वह दिन नहीं आने देना चाहिए कि हिंदू इन दंगाइयों को उनकी ही भाषा में हिंदू बहुल क्षेत्रों में प्रत्युत्तर देने लगे। इसका दायित्व भारत के सभी प्रबुद्ध लोगों और राजनीतिक दलों का ही है। यदि ऐसा हुआ तो क्या परिणाम होगा, इसका विचार सरलता से किया जा सकता है। किन्तु एक तथ्य स्मरण रखना चाहिए, जहां हिंदू अल्पसंख्यक है क्या वह वहां सदा पिटता रहा है या पिटता रहेगा? इतिहास बता रहा है अब यह सत्य नहीं है। मुजफ्फरनगर, शामली, शिव विहार आदि कई स्थानों के अनुभव जेहादी नेता भूले नहीं होंगे। 

विश्व हिंदू परिषद देश की सभी सरकारों और राजनीतिक दलों से अपील करती कि वे अपने राजनीतिक स्वार्थ को छोड़कर देशहित का विचार करें। देश को विकासमार्ग पर ले जाने के अपने दायित्व को स्वीकार करें। उन्हें इतिहास का ध्यान रखना चाहिए कि मोहम्मद बिन कासिम का साथ देने वाले जयचंद की क्या दुर्गति हुई थी। अपने स्वार्थ के लिए देश हित की बली चढ़ाने वालों की दुर्गति यही होती है। 

विहिप हिन्दू समाज का भी आह्वान करती है कि 'पलायन नहीं पराक्रम' हिन्दू का संकल्प रहा है। जहाँ की सरकारें दंगाईयों पर कठोर कार्यवाही कर रही हैं, उनका साथ दें और जहाँ वे दंगाइयों के साथ हैं, वहाँ अपने सामर्थ्य को जागृत करें। हमें दंगाइयों से भयभीत न होते हुए स्वाभिमान पूर्ण जीवन जीने की परिस्थितियों का निर्माण करना है। दंगाइयों को स्मरण रखना चाहिए, यह 1946 नहीं है। संकल्प और शौर्यवान हिंदू उनके षड्यंत्रों को सफल नहीं होने देगा।
 
- तिलक रेलन आज़ाद वरिष्ठ पत्रकार,  
युगदर्पण®2001 मीडिया समूह YDMS👑 

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"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक