खट्टर ने प्रमं मोदी की उपस्थिति में ली मुमं पद की शपथ
पंचकूला। हरियाणा विधानसभा चुनाव में
भाजपा की ऐतिहासिक विजय के बाद रविवार को मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली।
पंचकूला के मेला ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी ने उन्हें राज्य के 10वें मुमं पद की शपथ दिलाई। गत 18 वर्ष में वह
राज्य के पहले गैर जाट मुमं हैं।
संगठन कौशल के धनी माने जाने वाले 60 वर्षीय अविवाहित, खट्टर के साथ नौ मंत्रियों ने पद की शपथ ली। इनमें रामविलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओपी धनकड़, अनिल विज, कविता जैन और नरबीर सिंह को कबीना मंत्री बनाया गया है। विक्रम सिंह ठेकेदार, कर्ण देव कंबोज और कृष्ण कुमार बेदी को राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिया गया है।
शपथग्रहण में शामिल हुए मोदी, आडवाणी
समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा शासित छह राज्यों के मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री शामिल थे। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को निमंत्रण दिया गया था, किन्तु वह नहीं आए थे। शपथ ग्रहण समारोह पहली बार पंचकूला में आयोजित किया गया और इसके ऊपर प्राय: एक करोड़ रुपए का व्यय हुआ।
किसी दोषी को क्षमा नहीं
शपथ लेने के तुरंत बाद नई हरियाणा सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि वाड्रा-डीएलएफ सहित हुड्डा सरकार के कार्यकाल में हुए भूमि सौदों की जांच की जाएगी। वहीं कांग्रेस ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है।
कैबिनेट मंत्री बने अनिज विज ने शपथ लेने के बाद कहा कि हुड्डा सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद राबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच हुए भूमि सौदे सहित सभी भूमि सौदों की जांच की जाएगी। विज ने कहा कि 'जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, चाहे वो भूपिंदर सिंह हुड्डा हों या वाड्रा, हमारी सरकार किसी को भी क्षमा नहीं होगी।' इस पर कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने कहा कि 'हिंदुस्तान को पाकिस्तान नहीं बनाएं। नई सरकार आते ही पुरानी सरकार पर कार्रवाई करने लगे, पाक से यह मत सीखिए।'
13 एकड़ क्षेत्र में लगी थीं 50 हजार कुर्सियां
पंचकूला के सेक्टर पांच स्थित मेला ग्राउंड में हुए इस समोराह में 1200 अति विशिष्ठ और विशिष्ठ जनों के लिए बैठने की विशेष व्यवस्था की गयी थी। बैठने की व्यवस्था 13 एकड़ क्षेत्र में की गई थी और 50 हजार कुर्सियां लगाई गई थीं। मेला ग्राउंड में प्राय: सवा दो सौ अतिथियों के बैठने के लिए अलग से विशेष मंच बनाया गया था। इस पर केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ साधु-संतों के बैठने की व्यवस्था की गयी थी। इन्हें अति विशिष्ट अतिथि का स्तर प्रदान किया गया था।
खट्टर ने की समीक्षा
शपथ ग्रहण समारोह से पहले शनिवार रात प्राय: 7 बजे खट्टर औचक निरीक्षण पर पंचकूला पहुंच गए थे। उन्होंने समारोह स्थल पर चल रही तैयारियों की समीक्षा की और वहां काम कर लोगों से बात की थी। वह मंच पर चढ़े थे। माना जा रहा है कि सम्भवत: ऐसा पहली बार है कि कोई नामित मुमं अपने शपथग्रहण की तैयारियां देखने स्वयं पहुंचा हो।
बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण समारोह पहले सेक्टर-3 के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में होने वाला था, किन्तु बाद में इसे सेक्टर-5 स्थित हुडा मैदान में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके पीछे कारण यह बताया जा रहा है कि भाजपा नहीं चाहती थी कि खट्टर ऐसी जगह शपथ लें, जिसका नाम इनैलो के संस्थापक के नाम पर रखा गया है। साथ ही, देवीलाल हरियाणा के दो बार मुख्यमंत्री बने, पर एक बार भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाए। ऐसे में भाजपा प्रदेश में अपनी पहली सरकार, ऐसी जगह से शुरू नहीं करना चाहती। दूसरा कारण संख्या 5 है। माना जा रहा है कि मेला ग्राउंड सेक्टर-5 में है और 5 अंक खट्टर के लिए भाग्यशाली माना जाता है। इसे भी देखें -http://www.raashtradarpan.blogspot.in/2014/10/blog-post_75.html
मनोहर लाल खट्टर हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी के व पंजाबी बिरादरी से राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री होंगे।
खट्टर से जुड़ी 8 विशेष बातें: -
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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