लोकसभा में प्रश्नकाल के मध्य, उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन सेतु समुद्रम के मुद्दे पर सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने नई केंद्र सरकार का संकल्प दोहराया, ''हम किसी भी स्थिति में राम सेतु को तोड़ेंगे नहीं। राम सेतु को बचाकर देशहित में परियोजना हो सकती है, तो हम करेंगे।’’
इस क्षेत्र को बड़े पोतों के परिवहन योग्य बनाने व तटवर्ती क्षेत्रों में मत्स्य और नौवहन बंदरगाह स्थापित करने के नाम पर केंद्र सरकार की परियोजना प्रस्तावित सेतुसमुद्रम, शिपिंग कैनाल प्रोजेक्ट, गत संप्रग काल की है। युगदर्पण की मान्यता है कि संप्र गठबंधन के ठगबंधन ने हिन्दू विरोधी मानसिकता के कारण धर्मनिरपेक्षता को शर्मनिरपेक्षता में बदलने के जो अनेकों प्रयास किये हैं, उन्ही के साथ एक रामसेतु को छलपूर्वक मिटाने का भी था। उच्चतम न्यायालय में रामसेतु सम्बन्धी शपथपत्र उसी मानसिकता का प्रमाण है। नई सरकार का रामसेतु को बचाने का संकल्प इनकी राष्ट्रभक्ति का।
स्पष्टतया संप्रग एक ऐसी महिला का खिलौना था, जो बहु बन देश को लूटने -मिटाने आई थी प्रगतिशील नहीं, प्रगति को ग्रहण था; जबकि राजग -राष्ट्र जागरण का संकल्प है।
इसी प्रकार नकारात्मक मीडिया भ्रम का भोम्पू है तो युग दर्पण भी राष्ट्र जागरण का संकल्प है।
यह राष्ट्र जो कभी विश्वगुरु था, आज भी इसमें वह गुण,
योग्यता व क्षमता विद्यमान है | आओ मिलकर इसे बनायें; - तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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