धवन का शतक, भारत की विश्व-कप में निरंतर दूसरी जीत (बधाई)
22 फर 2015 मेलबर्न शिखर धवन की जीवन की सर्वश्रेष्ठ शतकीय पारी तथा बल्ले व गेन्द में श्रेष्ठ भारत ने, आज विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका पर पहली जीत अर्जित करते हुए, उसे 130 रन से हराया, जो क्रिकेट के इस महासमर में उसकी सबसे बड़ी हार है। धवन के 146 गेंद में 137 रन और अजिंक्य रहाणे के 60 गेंद में 79 रन द्वारा, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट पर 307 रन बनाये थे। किन्तु दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम 40–2 ओवर में 177 रन पर आउट हो गई। विश्व कप में किसी भी बल्लेबाज का दक्षिण अफ्रीका के विरद्ध यह सर्वोच्च स्कोर है। विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध अब तक खेले गए चार स्पर्धाओं में भारत की यह पहली जीत है। भारत के लिये स्पिनर आर अश्विन ने 10 ओवर में 41 रन देकर 3 विकेट लिये, जबकि मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा को दो-दो विकेट मिले। दक्षिण अफ्रीका के लिये फाफ डु प्लेसिस (55) को छोड़कर कोई बल्लेबाज अच्छी पारी नहीं खेल सका। इससे पहले भारत ने दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध विश्वकप में अपना सर्वोच्च स्कोर 296 रन 2011 में उसने नागपुर में बनाया। डैथ ओवरों में हालांकि भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और आखिरी 39 गेंद में भारत ने 46 रन बनाकर पांच विकेट गंवाये। धवन ने अपना सातवां वनडे शतक जड़ते हुए 16 चौके और दो छक्के लगाये।
धवन ने 2013 चैम्पियंस ट्राफी में भी कार्डिफ में खेले गए मैच में इसी टीम के विरुद्ध शतक जड़ा था। भारतीय शीर्षक्रम ने एक बार फिर श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। धवन और विराट कोहली ने दूसरे विकेट के लिये 127 रन जोड़े। पाकिस्तान के विरुद्ध पहले मैच में शतक जमाने वाले कोहली ने 60 गेंद में 46 रन बनाये। रहाणे ने पाकिस्तान के विरुद्ध असफल रहने का गम भुलाते हुए श्रेष्ठ बल्लेबाजी से धवन के साथ तीसरे विकेट के लिये 16–3 ओवर में 125 रन की साझेदारी की। धवन को 52 के स्कोर पर जीवनदान भी मिला, जब परनेल की गेंद पर हाशिम अमला ने उनका कैच टपकाया। उन्होंने परनेल को ही चौका जड़कर अपना शतक पूरा किया। इसके बाद हेलमेट उतारकर बल्ला ऊपर उठाकर उन्होंने पंख की तरह हाथ फैलाते हुए इसका आनंद उठाया। धवन ने पहला छक्का स्टेन को लगाया जबकि दूसरा मोर्कल को जड़ा। रहाणे ने भी स्टेन को लांग आफ पर छक्का जड़ा। दक्षिण अफ्रीका के लिये स्टेन ने अंतिम ओवर में चार खाली गेंदें फेंकी। उन्होंने 10 ओवर में 55 रन देकर एक विकेट लिया, जबकि मोर्नी मोर्कल ने नौ ओवर में 59 रन देकर दो विकेट लिये। परनेल ने नौ ओवर में 85 रन देकर एक विकेट लिया।
मैदान पर जमा कुल 86786 दर्शकों में कम से कम 75000 भारतीय प्रशंसक थे। सचिन तेंदुलकर भी भारतीय टीम का उत्साह बढ़ाने के लिये पहुंचे थे। भारतीय गेंदबाजों ने भी एक बार फिर एक ईकाई के रूप में श्रेष्ठ प्रदर्शन किया। दक्षिण अफ्रीका आरम्भ से ही असफल रही और चौथे ही ओवर में प्रथम बल्लेबाज किंटोन डिकाक (7) को शमी ने कोहली के हाथों लपकवाया। हाशिम अमला ने भी 11वें ओवर में मोहित की गेंद पर शमी को कैच दिया। वह मात्र 22 रन बना सके। एक समय डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस ने तीसरे विकेट के लिये 68 रन जोड़ लिये थे। घातक कप्तान एबी डिविलियर्स (30) ने आते ही कुछ अच्छे प्रयास लगाये किन्तु मोहित शर्मा ने सटीक थ्रो पर रन आउट किया। उस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर दो विकेट पर 108 रन था। डु प्लेसिस ने मोहित की गेंद पर 'खराब पुल शाट' खेला और कवर्स में धवन को कैच दे बैठे। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम वापसी नहीं कर सकी। जेपी डुमिनी (6) को अश्विन ने पवेलियन भेजा और पुछल्ले बल्लेबाजों से किसी चमत्कार की आशा करना निरर्थक थी। भारत को अब अगला मैच 28 मार्च को संयुक्त अरब अमीरात से खेलना है। भारत के पास अब पूल की शीर्ष टीम के रूप में शीर्ष 8 में प्रवेश का स्वर्णिम अवसर है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका को हराने पर, आज भारतीय क्रिकेट को बधाई दी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ''बेहतरीन प्रदर्शन। शानदार खेल।'
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है |
इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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