Saturday, December 8, 2012
अरविन्द केजरीवाल के -आम आदमी का सत्य ??
अरविन्द केजरीवाल के आम आदमी पार्टी -आम आदमी का सत्य ??
सावधान !! आम आदमी के नाम से 2009 में छला गया। अब भी छलने का दांव लगाया जा रहा है। क्या यह, हम समझ नहीं रहे हैं ? अंग्रेज (ए हयम) ने कांग्रेस बना कर गांधी को खड़ा कर दिया। इसी प्रकार काले अंग्रेज कांग्रेस ने यह खेल खेला है। जब देखा, अब जाने का समय आ गया, एक नकली देश भक्त खड़ा करें, देखने में विरूद्ध, मगर अन्दर से असल चेला ।
अंग्रेज गए, कांग्रेस के रूप में कठपुतली रह गए। इटालियन मम्मी ने सरदार कठपुतला बनाया, काम चलाया। अब कांग्रेस जाये केजरीवाल रह जाये। न रहे, तब अन्य को भी रहने न दे। यह खेल हमें समझना है। क्या, यह खेल बार बार चलता रहेगा ? क्या, हम इतने मूर्ख लगते हैं ? बस! अब खेल का अंत समय अ गया है।
आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो ।। आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फैलाएं।। पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है | इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया | मैकाले की व्यापक काट -राष्ट्रवाद के विविध विषय के 25 ब्लाग, 5 चेनल आर्कट FB ट्वीटर सहेत वेब है। अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग…remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 … yugdarpan.com
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | छद्म वेश में फिर आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व || -तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
सावधान !! आम आदमी के नाम से 2009 में छला गया। अब भी छलने का दांव लगाया जा रहा है। क्या यह, हम समझ नहीं रहे हैं ? अंग्रेज (ए हयम) ने कांग्रेस बना कर गांधी को खड़ा कर दिया। इसी प्रकार काले अंग्रेज कांग्रेस ने यह खेल खेला है। जब देखा, अब जाने का समय आ गया, एक नकली देश भक्त खड़ा करें, देखने में विरूद्ध, मगर अन्दर से असल चेला ।
अंग्रेज गए, कांग्रेस के रूप में कठपुतली रह गए। इटालियन मम्मी ने सरदार कठपुतला बनाया, काम चलाया। अब कांग्रेस जाये केजरीवाल रह जाये। न रहे, तब अन्य को भी रहने न दे। यह खेल हमें समझना है। क्या, यह खेल बार बार चलता रहेगा ? क्या, हम इतने मूर्ख लगते हैं ? बस! अब खेल का अंत समय अ गया है।
आइये, शर्मनिरपेक्ष मैकालेवादी बिकाऊ मीडिया द्वारा समाज को भटकने से रोकें; जागते रहो, जगाते रहो ।। आइयें, इस के लिये संकल्प लें: भ्रम के जाल को तोड़, अज्ञान के अंधकार को मिटा कर, ज्ञान का प्रकाश फैलाएं।। पत्रकारिता व्यवसाय नहीं एक मिशन है | इस देश को लुटने से बचाने तथा बिकाऊ मैकालेवादी, शर्मनिरपेक्ष मीडिया का एक मात्र सार्थक, व्यापक, विकल्प -राष्ट्र वादी मीडिया | मैकाले की व्यापक काट -राष्ट्रवाद के विविध विषय के 25 ब्लाग, 5 चेनल आर्कट FB ट्वीटर सहेत वेब है। अँधेरे के साम्राज्य से बाहर का एक मार्ग…remain connected to -युगदर्पण मीडिया समूह YDMS. तिलक रेलन 9911111611 … yugdarpan.com
भारतीय संस्कृति की सीता का हरण करने देखो | छद्म वेश में फिर आया रावण | संस्कृति में ही हमारे प्राण है | भारतीय संस्कृति की रक्षा हमारा दायित्व || -तिलक
"अंधेरों के जंगल में, दिया मैंने जलाया है | इक दिया, तुम भी जलादो; अँधेरे मिट ही जायेंगे ||"- तिलक
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